•   Monday, 15 Dec, 2025
Additional Commissioner of Police Law and Order and Headquarters Shivhari Meena conducted a high level technically sound surprise inspection of the traffic and security arrangements.

अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय शिवहरी मीणा द्वारा यातायात एवं सुरक्षा व्यवस्था का उच्च-स्तरीय, तकनीकी रूप से सुदृढ़ औचक निरीक्षण

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  Varanasi ki aawaz

अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय शिवहरी मीणा द्वारा यातायात एवं सुरक्षा व्यवस्था का उच्च-स्तरीय, तकनीकी रूप से सुदृढ़ औचक निरीक्षण

शहर की कानून-व्यवस्था एवं यातायात प्रबंधन को अधिक सुरक्षित, अनुशासित और तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के उद्देश्य से आज अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय) शिवहरी मीणा द्वारा पुलिस लाइन चौराहा–चौकाघाट मार्ग तथा नमो घाट क्षेत्र में औचक निरीक्षण, पैदल गश्त और तकनीकी अवसंरचना की विस्तृत समीक्षा की गई। निरीक्षण के दौरान उन्होंने वास्तविक परिस्थितियों का प्रत्यक्ष मूल्यांकन कर मौके पर ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए।

01. यातायात व्यवस्था के सुचारु एवं सुरक्षित संचालन हेतु उच्चस्तरीय निरीक्षण एवं निर्देश (अतिक्रमण नियंत्रण सहित)

अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय) शिवहरी मीणा द्वारा आज पुलिस लाइन चौराहे से चौकाघाट तक सम्पूर्ण मुख्य मार्ग पर मैदानी भ्रमण कर स्वयं सड़क पर उतरकर वास्तविक समय में यातायात संचालन का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मार्ग पर तैनात अधिकारियों/कर्मचारियों को निम्नलिखित विस्तृत, कार्यवाही-उन्मुख एवं कठोर निर्देश प्रदान किए—

मुख्य निर्देश

• मार्ग पर अनावश्यक रुकावट, अवैध पार्किंग तथा अव्यवस्थित ठेला/फेरी वालों के कारण बनने वाली बाधाओं को तुरंत हटाकर सड़क को निर्बाध किया गया ।

• सभी ट्रैफिक स्टाफ पीक-आवर्स में निरंतर सक्रिय मूवमेंट में रहते हुए वाहनों के प्रवाह को बिना रुकावट बनाए रखें।

• किसी भी प्रकार का जाम बनने से पूर्व ही सूक्ष्म निगरानी करते हुए तत्काल हस्तक्षेप किया जाए।

• सभी ड्यूटी कर्मियों द्वारा रिफ्लेक्टिव जैकेट, सिग्नल बैटन, बॉडीकैम/हैंडकैम तथा वायरलेस सेट का अनिवार्य रूप से उपयोग किया जाना सुनिश्चित किया जाए।

• संवेदनशील बिंदुओं, ब्लाइंड-ज़ोन एवं भीड़-प्रधान स्थलों पर अतिरिक्त बल, मोबाइल पेट्रोलिंग तथा आवश्यकतानुसार क्षेत्र-विस्तार नियंत्रण लागू करने के निर्देश दिए गए।

• स्कूल, ऑफिस, धार्मिक स्थल एवं घाटों के भीड़ समय को देखते हुए विशेष ट्रैफिक संचालन योजना लागू रहेगी।

• ऑटो, ई-रिक्शा एवं प्राइवेट बसों द्वारा अवैध स्टॉपेज पर शून्य सहनशीलता नीति के अंतर्गत सख्त कार्रवाई सुनिश्चित किया गया ।

अतिक्रमण नियंत्रण हेतु विशेष निर्देश

• मुख्य मार्ग, फुटपाथ, कट-प्वाइंट्स, मोड़, पुलों के नीचे एवं सार्वजनिक स्थानों पर किसी प्रकार का स्थायी/अस्थायी अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

• सड़क पर अवैध रूप से खड़े ठेला, खोमचा, फेरी वाले, अस्थायी दुकानदारों का तुरंत सत्यापन कर अवैध अतिक्रमण हटाया जाए।

• जहां आवश्यक हो, नगर निगम की संयुक्त टीम के साथ मिलकर यांत्रिक सफाई/अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाए।

• अतिक्रमण हटाने के बाद पुनः कब्जा न हो, इसके लिए स्थाई निगरानी, निरंतर पेट्रोलिंग एवं CCTV के माध्यम से ट्रैकिंग सुनिश्चित की जाए।

• भीड़ वाले स्थानों पर पैदल पथ को पूरी तरह मुक्त रखते हुए, दुकानदरों को निर्धारित रेखा के भीतर ही कारोबार करने का निर्देश।

• अतिक्रमण के कारण सार्वजनिक सुरक्षा प्रभावित होने पर संबंधित व्यक्तियों/व्यवसायियों के खिलाफ नियमानुसार दंडात्मक कार्रवाई की जाए।

 2. नमो घाट पर सुरक्षा प्रबंधन, पैदल गश्त एवं तकनीकी उपकरणों की समीक्षा

नमो घाट, जो कि देश-विदेश के पर्यटकों के लिए एक प्रमुख केंद्र है, वहाँ श्री मीणा ने पैदल गश्त करते हुए संपूर्ण सुरक्षा व्यवस्था का बिंदुवार अवलोकन किया। 

• घाट की परिधि, सीढ़ियाँ, तट मार्ग, खुले क्षेत्र तथा संवेदनशील पॉकेट्स की सुरक्षा जाँच।

• घाट के आसपास लगे ढेले, खोमचे, छोटी दुकानों एवं अस्थायी स्टॉल संचालित करने वालों का पहचान सत्यापन किया गया।

• बिना अनुमति/बिना पहचान पत्र संचालित दुकानों की सूची तैयार करते हुए संबंधित अधिकारियों को नियमित सत्यापन व नियमन के निर्देश दिए गए।

• संपूर्ण क्षेत्र में संदिग्ध वस्तुओं, बैग, कंटेनर, पैकेट या अन्य सामग्री की चेकिंग किया गया।

• घाट की परिधि, अति-संवेदनशील स्थानों एवं भीड़-घनत्व वाले बिंदुओं पर सुरक्षा व्यवस्था को और बढ़ाने हेतु निर्देश जारी किए गए।

• नमो घाट पर सुरक्षा प्रबंधन, पैदल गश्त, दुकानदारों/खोमचों का सत्यापन तथा संदिग्ध वस्तुओं की जांच

• सभी CCTV कैमरों की नाइट-विजन क्षमता, रिकॉर्डिंग स्थिति एवं ICCC से लाइव कनेक्टिविटी की जांच।

• आवश्यकतानुसार नए पीटीज़ी कैमरों, डोम कैमरों एवं हाई-रेजोल्यूशन कैमरों की स्थापना हेतु निर्देश।

• भीड़ के रियल-टाइम आंकलन के लिए AI आधारित फुटफॉल मॉनिटरिंग सिस्टम विकसित करने का सुझाव।

• जल पुलिस, PSO और पिकेट प्वाइंट्स की तैनाती को अधिक उत्तरदायी और व्यवस्थित करने के निर्देश।

“घाट एक अत्यधिक सक्रिय सार्वजनिक क्षेत्र है; यहाँ हर दुकानदार, हर गतिविधि और हर वस्तु का सत्यापन अनिवार्य है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की जाए तथा नमो घाट को एक सुरक्षित, तकनीक-संचालित और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप व्यवस्थित क्षेत्र बनाना हमारी प्राथमिकता है।”

3. टूरिस्ट गाइड्स का डिजिटल सत्यापन एवं पहचान-पत्र जांच

निरीक्षण के दौरान नमो घाट पर उपस्थित सभी टूरिस्ट गाइड्स की आईडी जांच एवं पंजीकरण सत्यापन कराया गया। इस अवसर पर अपर पुलिस आयुक्त ने कहा—

• सरकारी/अधिकृत टूरिस्ट गाइड्स का डिजिटल सत्यापन एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु सख्त कार्रवाई/सत्यापन विशेष रूप से कराया गया।

• नमो घाट पर मौजूद सभी शासन-मान्यताप्राप्त, अधिकृत एवं पंजीकृत टूरिस्ट गाइड्स का पहचान सत्यापन विशेष रूप से कराया गया। 

• बिना वैध आईडी/अधिकृत अनुमति पत्र वाले व्यक्तियों को क्षेत्र में पर्यटकों से संपर्क करने की अनुमति नहीं।

• गाइड्स की वैधता सुनिश्चित करने हेतु आईडी कार्ड, पंजीकरण संख्या, QR-कोड वेरिफिकेशन का परीक्षण किया गया।

• ऐसे व्यक्ति जो अपने आप को “गाइड” बताते हुए भ्रमण कर रहे थे, परंतु वैध शासन-प्रमाणित आईडी नहीं प्रस्तुत कर सके, उन्हें तुरंत क्षेत्र से हटाया गया।

• संबंधित अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश कि भविष्य में अनधिकृत या फर्जी गाइडिंग गतिविधि किसी भी स्थिति में न होने दी जाए।

• अधिकृत गाइड्स को यूनिफॉर्म/नेम बैज धारण करने और पर्यटकों से संवाद करते समय निर्धारित आचार-संहिता का पालन करने के निर्देश।

• गाइड्स के व्यवहार, भाषा, शुल्क और सेवा पद्धति की पारदर्शिता सुनिश्चित कर पर्यटकों की सुरक्षा एवं संतुष्टि सर्वोच्च रखने पर जोर दिया गया।

• अनधिकृत गतिविधि या पर्यटकों से गलत व्यवहार पर सख्त कार्रवाई।

“पर्यटकों के साथ पारदर्शिता, विनम्रता और सुरक्षा—इन तीनों का पालन हर स्थिति में सुनिश्चित होना चाहिए। पर्यटकों की सुरक्षा और विश्वास हमारे लिए सर्वोपरि है”

4. नमो घाट पर महिला आरक्षियों की तैनाती ओर बुजुर्ग श्रद्धालुओं को सहयोग की सराहनीय पहल

नमो घाट क्षेत्र में सुरक्षा एवं भीड़-प्रबंधन के दृष्टिगत अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय) के निर्देशानुसार तैनात महिला आरक्षियों द्वारा आगन्तुक महिला श्रद्धालुओं, दर्शनार्थियों, पर्यटकों एवं स्थानीय महिलाओं को अत्यंत सौहार्दपूर्ण, संवेदनशील एवं व्यवस्थित सहयोग एवं तत्परता के साथ बुजुर्ग श्रद्धालुओं व महिला आगंतुकों को सहयोग प्रदान किया गया, जो अत्यंत प्रशंसनीय है। 

महिला आरक्षियों ने घाट क्षेत्र में आने-जाने वाली महिलाओं की सुरक्षा, मार्गदर्शन, कतार प्रबंधन, तथा आवश्यकतानुसार सहायता को प्राथमिकता देते हुए उत्कृष्ट सेवा भाव प्रदर्शित किया। भीड़भाड़ की स्थिति में महिला आरक्षियों द्वारा—

• वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों तथा महिला श्रद्धालुओं, दर्शनार्थियों, पर्यटकों को सुरक्षित मार्ग उपलब्ध कराना,

• घाट पर उतरने/चढ़ने के दौरान सहायता प्रदान करना,

• असुविधा में घिरी महिलाओं को तुरंत सपोर्ट देना,

• और किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि पर सूक्ष्म निगरानी बनाए रखना जैसे कार्य अत्यंत समर्पण एवं प्रोफेशनल एप्रोच के साथ किए गए।

अपर पुलिस आयुक्त ने महिला पुलिस बल के इस अनुशासित, तत्पर एवं संवेदनशील कार्य को विशेष रूप से सराहनीय बताते हुए भविष्य में भी इसी मानक के साथ दायित्व निर्वहन करने हेतु प्रशंसा एवं प्रोत्साहन प्रदान किया।

5. तकनीक आधारित सुरक्षा एवं यातायात प्रबंधन को मजबूती देने हेतु महत्वपूर्ण निर्देश

(A) CCTV और डिजिटल सर्विलांस

• सभी प्रमुख मार्गों, घाटों, चौराहों एवं भीड़ वाले क्षेत्रों में 100% CCTV कवरेज सुनिश्चित किया जाए।

• डाउन/खराब कैमरों के लिए 24 घंटे का रिपेयर मैन्डेट लागू किया जाए।

• सभी कैमरों का लाइव फीड ICCC से एकीकृत किया जाए।

• PTZ कैमरों को महत्वपूर्ण संवेदनशील स्थानों पर प्राथमिकता से लगाया जाए।

(B) स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट

• ब्लैक स्पॉट की जियो-टैगिंग पूरी कर डेटा एनालिटिक्स के आधार पर सुधार।

• ITMS के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फीचर्स—

o ANPR

o रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन

o ओवरस्पीडिंग सेंसर का पूर्ण उपयोग।

• सभी ट्रैफिक टीमों को हैंडहेल्ड ई-चालान डिवाइस का अनिवार्य उपयोग।

(C) ड्रोन निगरानी

• नमो घाट, दशाश्वमेध और अन्य भीड़-घनत्व वाले क्षेत्रों में नियमित ड्रोन पेट्रोलिंग।

• ड्रोन फुटेज को ICCC में लाइव मॉनिटरिंग हेतु आवश्यक तकनीकी समर्थन।

(D) मोबाइल आधारित निगरानी और जियो-टैग्ड पेट्रोलिंग

• सभी बीट व पेट्रोलिंग स्टाफ को मोबाइल-आधारित सर्विलांस एप का प्रयोग अनिवार्य।

• जियो-टैग्ड पेट्रोलिंग के माध्यम से पारदर्शी एवं जवाबदेह गश्त।

• संदिग्ध व्यक्तियों/वाहनों की रियल-टाइम रिपोर्टिंग।

6. जनता से विनम्र अपील

अपर पुलिस आयुक्त ने शहरवासियों से आग्रह किया कि—

• यातायात नियमों का पालन कर सुगम आवागमन में सहयोग दें।

• पुलिस द्वारा स्थापित सुरक्षा एवं तकनीकी प्रणाली को सहयोगात्मक समर्थन प्रदान करें।

• किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय) शिवहरी मीणा ने निरीक्षण के दौरान समस्त अधिकारी/कर्मचारीगण, स्थानीय नागरिकों, श्रद्धालुओं एवं व्यापारियों से यह सहयोगात्मक अपील की कि-

सभी लोग यातायात नियमों का पालन करते हुए पुलिस-प्रशासन के साथ पूर्ण सहयोग बनाए रखें, जिससे शहर में आने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों तथा आम जनों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और संपूर्ण क्षेत्र में कानून-व्यवस्था, सुरक्षा एवं शांति का वातावरण सतत बना रहे।

उन्होंने यह भी कहा कि अतिक्रमण-मुक्त मार्ग, सुगम यातायात और सुरक्षित माहौल तभी संभव है जब पुलिस की व्यवस्था के साथ-साथ नागरिकों की भागीदारी भी उतनी ही ईमानदार और सक्रिय हो।

अपर पुलिस आयुक्त ने सभी पुलिसकर्मियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे कर्तव्यनिष्ठा, संवेदनशीलता, पारदर्शिता एवं उच्च अनुशासन के साथ अपने दायित्वों को निभाएँ और जनता के प्रति सहयोगपूर्ण व व्यवहार-कुशल आचरण बनाए रखें, ताकि पुलिस की सकारात्मक छवि और जनविश्वास और अधिक मजबूत हो सके।

“वाराणसी की पहचान सुरक्षा, व्यवस्था और सौहार्द से है। सभी के संयुक्त प्रयासों से शहर की यह गरिमा निरंतर बनी रहनी चाहिए।”

सोशल मीडिया सेल

कार्यालय अपर पुलिस आयुक्त,

काननू-व्यवस्था एवं मुख्यालय,

कमिश्ननरेट वाराणसी।

रिपोर्ट- युवराज जायसवाल.. वाराणसी
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