चन्दौली प्रेरक व्यक्तित्व और लोकप्रियता की मिसाल है चकिया उपजिलाधिकारी


चन्दौली प्रेरक व्यक्तित्व और लोकप्रियता की मिसाल है चकिया उपजिलाधिकारी
चन्दौली चकिया उँची सोच के मेहनती इंसान है उपजिलाधिकारी चकिया चकिया पोस्टिंग के बाद बहुत जल्द ही उपजिलाधिकारी प्रेम प्रकाश मीडा अपनी कर्तव्यनिष्ठा, जनता के प्रति समर्पित कार्यशैली और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रूख के चलते पुरे क्षेत्र में चर्चित हो गये। वही तहसील मे लोगो की शिकायतें तेजी से निस्तारित होने लगी। प्रेम प्रकाश मीणा सुबह 10 बजे कार्यालय मे पहुचकर रात्रि 8 बजे तक फरियादियों के फरियाद सुनकर विभाग के अधिकारियों से तीन दिन के भीतर निस्तारण के आदेश व सरकारी धन का दुरुपयोग और मनमानी करने वाले ग्राम प्रधानों पर शिकंजा कसा। उनमे दूसरो के दुख को दूर करने की गजब की ललक है, और उनकी कोशिश जन समस्याओं के जल्द समाधान की रहती है।वे फिलहाल चकिया के उपजिलाधिकारी है और अपनी दूरदर्शिता योजनाबद्ध और निर्णयों को कार्यरुप देने की क्षमता के कारण उन्हें विकास पुरुष का दर्जा हासिल है। खासतौर पर अपने काम करने के तौर तरीके, नियम और संयम के चलते क्षेत्र में चर्चित हो गये। भ्रष्टाचार के प्रति कड़े तेवर और बिना दबाव के काम निपटाने की प्रक्रिया ने जनता के बीच उनकी ईमानदार अधिकारी की छवि बना दी। चकिया तहसील में लोगों की शिकायतें तेजी से निस्तारित होने लगीं।
ऐसे में अधिवक्ताओं के द्वारा उनके तबादले को लेकर कचहरी में हरताल करने से स्थानीय लोगों में आक्रोश भर दिया।
क्षेत्र के भू माफियाओं के कब्जे से भूमि भूमिहीन लोगों को पट्टे की और जमीन पर कब्जा दिलवाकर कब्जा धारकों के खिलाफ कार्रवाई की। आपकी *न्याय आपके द्वार* चलाये जा रहे अभियान से जनता को न्याय मिलने का भरोसा दिया। वही जनता को अधिकारी के प्रति डर व भय को दूर कर अधिकारी के समकक्ष खडे होने का साहस दिया। आज सही मायने में जनता से पुछा जाय तो क्षेत्र की जनता इनको पांच साल तक चकिया मे देखना चाहती है।
