सोनभद्र समाजिक कार्यकर्ता के आत्मदाह की धमकी से जनपद में हड़कंप की स्थिति
 
                                         
 
                                        सोनभद्र समाजिक कार्यकर्ता के आत्मदाह की धमकी से जनपद में हड़कंप की स्थिति
सोनभद्र , जनपद के वरिष्ठ पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता विजय विनीत द्वारा कल शाम फर्जी अस्पतालों के खिलाफ कार्यवाही न करने पर आत्मदाह की घोषणा से जिले में हड़कंप मच गया है ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में आज दिनभर अफरातफरी का माहौल रहा वहीं कप्तान ने भी देर रात रावटसगंज स्पेक्टर को हटाकर मुख्यालय से संबंध करते हुए विवेचना की जिम्मेदारी सौंप दी है ।
इसके अलावा अन्य कतिपय लोग भी इस घोषणा से भयभीत हैं बताया गया कि जनपद के वरिष्ठ पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता विजय विनीत ने करमा थाना क्षेत्र के लोहरतलिया गांव निवासी गुड्डी पत्नी गुलाब की रावटसगंज नगर स्थित पंचशील अस्पताल में मौत हो जाने व इसके बाद प्रबंधक द्वारा जबरिया शव जला दिए जाने की शिकायत पर खबर बनाई थी ।उन्होंने सोशल मीडिया समेत कुछ अन्य फोरम पर भी उक्त मामले को उठाया था जिसे संज्ञान में लेकर स्वयं हम लोगों ने भी अपने अखबारों में खबरें प्रकाशित की थी ।इससे नाराज हो गोलबंद होकर रावटसगंज तत्कालीन कोतवाल व अस्पताल प्रबंधक ने मिलकर पत्रकार के ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज कर लिया जिसे लेकर कल गुरुवार को 1 दर्जन से अधिक पत्रकारों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा था इसके बाद पुलिस अधीक्षक से मिलकर भी मामले की जानकारी दी गई थी इसके बाद प्रबंधक द्वारा कुछ लोगों के जरिए विजय विनीत को धमकी दी जाने लगी जिससे आहत होकर उन्होंने देर शाम जनपद में संचालित बगैर मानक पूरा किए अस्पतालों ,अल्ट्रासाउंड केंद्रों ,पैथोलॉजी सेंटरों ,ट्रामा सेंटरों,को सीज किए जाने व उनके संचालकों के खिलाफ 10 जून तक प्राथमिकी दर्ज करने व उन्हें सीज करने की मांग की ऐसा ना होने पर 15 जून को लखनऊ में विधानसभा के सामने आत्मदाह करने की घोषणा कर दी उन्होंने बातचीत के दौरान बताया कि जनपद सोनभद्र पिछड़ा एवं अशिक्षित जनपद है ऐसे में यह चिकित्सा माफिया गरीबों को गुमराह कर पहले अपने अस्पतालों में भर्ती कराते है फिर व्यापक पैमाने पर उनका आर्थिक शोषण करते हैं और अप्रशिक्षित, अकुशल ,अयोग्य ,अप्रशिक्षित लोगों द्वारा मरीजों का उपचार किए जाने से आए दिन मरीजों की मौत अस्पताल में हो जाती है ।
इसे लेकर समय-समय पर लोगों से विवाद होता रहता है ऐसे में अस्पताल सीज करना आवश्यक है और फर्जी अस्पतालों के जरिए धन कमाने वालों पर भी प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए इनकी इस घोषणा के बाद शासन स्तर पर सक्रियता शुरू हो गई मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि स्वयं मंडलायुक्त मिर्जापुर व अपर स्वास्थ्य निदेशक इस मामले को देख रहे हैं इनके द्वारा दिन में कई बार सीएमओ से दूरभाष पर बात की गई है इस प्रकरण के गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा अपने समस्त क्षेत्रीय चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया गया वह तत्काल अपने क्षेत्र में इस तरह संचालित होने वाले समस्त अस्पतालों, पैथोलॉजी सेंटरों ,की सूची तैयार करने को कहा है ।
सूत्रों से यह भी पता चला है कि रावटसगंज कोतवाल को इसी प्रकरण की गंभीरता को लेते हुए तत्काल रात में ही हटा दिया गया अल सुबह नए कोतवाल ने शुक्रवार को कार्यभार ग्रहण कर लिया ।
 
                                                
                                             
                                            टापू निवासी पुष्पा देवी और उनके परिवार के सदस्यों को मिला न्याय स्थाई लोक अदालत के हस्तक्षेप पर बीमा कंपनी ने 15 लाख रूपये का चेक दिया
 
                                                
                                             
                                             
                            
 
                                                 
                                                 
                                                