सोनभद्र संचालित हो सरकार आपके द्वार कार्यक्रम नीतीश कुमार
 
                                         
 
                                        सोनभद्र संचालित हो 'सरकार आपके द्वार' कार्यक्रम नीतीश कुमार
सन ऑफ सोनभद्र की टीम-50 के कार्यकर्ता ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
सोनभद्र:-जनपद के लोकप्रिय युवा सामाजिक कार्यकर्ता एवं सन ऑफ सोनभद्र के नाम से अपनी पहचान बना चुकी टीम-50 के सम्मानित कार्यकर्ता नीतीश कुमार चतुर्वेदी ने प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पत्र व ई-मेल के माध्यम से अपेक्षा किया है कि देश- प्रदेश मे
जहाँ एक ओर मोदी और योगी जी की कार्यशैली की सराहना की जा रही है वहीं सरकार के पूरे सिस्टम की आलोचना हो रही है। 
   
चतुर्वेदी ने इसका मूल कारण सरकार का जनता से सीधे सरोकार न होना है। उन्होंने मुख्यमंत्री जी से यह भी आग्रह किया है कि सरकार के जितने भी विभाग और अधिकारी है वह सीधे जनता से जुड़े और पंचायत स्तर पर जनता से सीधे संवाद स्थापित कर जनता की समस्याओं को घर घर जाकर  सुने और उसका त्वरित निदान करें। उनके इस कार्यशैली से आम जनता को परेशानी से राहत के साथ साथ सरकार के प्रति विश्वसनियता भी बढ़ेगी।बतौर सामाजिक कार्यकर्ता एवं एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते उन्होंने कहां है कि सरकार की प्रभावी नीतियों का अनुपालन अधिकारियों की उदासीनता से नहीं किया जा रहा है जिससे आम जनमानस की 80 फीसदी समस्याएं उनकी परेशानी का सबब बन रही है।
         
चतुर्वेदी ने अपने पत्र में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ से आग्रह किया है कि यदि उत्तर प्रदेश सरकार महीने के प्रथम सप्ताह में "सरकार आपके द्वार" कार्यक्रम चलाकर आम जनमानस से सीधे जुड़कर सरकार की योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने के साथ साथ जनता को उसका लाभ दिलाने में सहायक होती है तो आमजन की समस्याएं यहां धीरे-धीरे समाप्त होंगी वही सरकार के प्रति लोगों का विश्वास भी बढ़ेगा।
रिपोर्ट-श्रीराम शुक्ला. सोनभद्र 
                                                
                                             
                                            टापू निवासी पुष्पा देवी और उनके परिवार के सदस्यों को मिला न्याय स्थाई लोक अदालत के हस्तक्षेप पर बीमा कंपनी ने 15 लाख रूपये का चेक दिया
 
                                                
                                             
                                            अवैध पैथोलॉजी एवं डायग्नोस्टिक सेंटरों का संचालन मरीजों की जेब पर पड़ रहा भारी कौन है जिम्मेदार इन अवैध फर्मो के संचालन की
 
                                                
                                             
                                             
                            
 
                                                 
                                                