शिवपुराण की कथा गंगा जैसे शिव की जटा से बहकर गंगा प्रगट हुई है और भगीरथ के पुर्वजों का उद्धार किया है


शिवपुराण की कथा गंगा जैसे शिव की जटा से बहकर गंगा प्रगट हुई है और भगीरथ के पुर्वजों का उद्धार किया है
आज भी जटा शंकरी संसार के जीवों का कल्याण कर रही है,,,,ऐसे ही शिवपुराण की कथा भगवन शिव के श्रीमुख से ही प्रगट हुई है,सनकादि ऋषियों को ज्ञान दिया,और आज भी लाखों मुमुक्षु जनों, पापी जनों का निरन्तर अविरल पवन कथा गंगा की धारा सबका कल्याण कर रही है ।।आवश्यक है तो केवल पिपासु बनकर कथा श्रवण करने की।।जो भी यहाँ आता है परम शांति को प्राप्त कर लेता है।।शिव जी के 10 अवतारों की कथा,12 जोतिर्लिंगों की कथा तथा मधुर मधुर शिव भजन को सुनकर स्रोता गण मंत्र मुग्ध हो गए,आनंद दित हो गए।।
ऋषिकेश से पधारे कथा व्यास श्री मुकेश मोहन वशिष्ट जी ने आज कथा के अंतिम दिन 12 ज्योतिर्लिंग हुआ उनकी उत्पत्ति के बारे में बताया कथा सुन रही मुख्य जजमान श्री गीता तिवारी जी ने अपने कुटुंब के साथ कथा श्रवण की आए हुए सभी श्रोता कथा सुनकर आनंदित हुए कथा सुनने कानपुर से पधारे श्री केके त्रिवेदी जी अरुण त्रिवेदी जी व आनंद त्रिवेदी जी उमा दत्त त्रिपाठी जी मिश्रा जी व अन्य श्रोता गण मौजूद रहे भजनों को सुनकर सभी श्रोता आनंदित हो उठे कथा के समापन के बाद आरती व हवन हुआ कल दिनांक 25 फरवरी को भंडारा व प्रसाद वितरण का आयोजन किया जाएगा।

छोटा मिर्ज़ापुर माँ वैष्णों मंदिर श्री राम केवट प्रेम कथा के समापन पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारे के आयोजन के दौरान कस्बे के सैकड़ो श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया
